Sunday 24 July 2016

BEING ONE WITH SELF



SWAMI SWAMI KEHTE JAATE 
"SWA" (self) KO HI NA JAANE 
"MI" (I) JAB EK HO JAAYE KHUD SE
WOHI "SWAMI" KEHLAAYE 

LET GO YOUR EGO !

"MAIN" HI MUJHPE HAAVI HUA 
"MAIN" ME MAIN AHANKAARI HUA 
JAB "MAIN" HI RAHA NA MUJHME MERA 
TAB HARI BHI JAA MERA HUA 

Monday 18 July 2016

LIVING EVERY MOMENT


In ped ki sukhi Shakhaon me bhi jeene ka maksad dhoond leti hoon, 
Main har chote chote palon ko tasveeron me qaid kar leti hoon

Saturday 16 July 2016

कहानियाँ और किस्से

 कहानियाँ और किस्से जो आ गए मेरे हिस्से,
इन्हें यादों की डोरियों से बाँध रखा है 
कभी फुर्सत मिले तो आना मिलने ,
बडे प्यार से संभाले रखा है। 
इस जादू के पिटारे को हम फिर से खोल लेंगे 
तुम बडे गौर से सुन्ना ,वो दिन फिर याद आ जाएँगे। 
हर डोरी से बन्धे हैं हम 
इन बातों को गर समझो तुम ,
कहानियों मे ना सही ,
शायद हक़ीक़त मे ही मिल जाएँ हम। 
 

YAADON KE SAHARE

 
HUMNE BANAAI THI EK TASVEER UNKE JAANE KE BAAD,
WOH YUN CHALE GAYE HAMARI ZINDAGI SE,
KAR GAYE IS DIL KO YAADON SE AABAAD.
HUM TO IS JISM KO CHODH KAR JAA BHI NA SAKE,
YAHI SOCH KAR, KE KAHIN AA NA JAAYEN WOH,
HAMARE CHALE JAANE KE BAAD.
 

Friday 15 July 2016

तेरी आहट


 
तेरे पैरों की आहट से 
धड़कनें दिल की बढ़ गईं ऐसे 
साँसे भी तेज़ अब होने लगीं थीं 
पतझड़ मे चले हवायें जैसे। 
 
तुझे पाके करीब मेरे इतना 
हवायें भी ठंडी चलने लगीं थीं ,
वक़्त जैसे रुक सा गया था 
मोहोब्बत परवान चढ़ने लगी थी। 
 
मेहसूस किया जब साँसों को तेरी 
मैं आँखें बंद करने लगी थी 
कोई इतना करीब भी आ जायेगा मेरे 
इस बात से वाकिफ़ में होने लगी थी। 
 
ये दूरियाँ कब नज़दीकियों में बदल गयी 
मैं आगोश में तेरे सिमट ने लगी थी 
स्पर्श जो तेरा हासिल हुआ तो 
बेहोशी के आलम मे मैं खोने लगी थी। 
 
देखा जो तूने आँखों में मेरी 
ये नम सी कुछ होने लगी थी 
होठों से इनको छुआ जो तूने 
ख़ुशी के मारे ये बेहेने लगी थी। 
 
शायद प्यार यही होता है 
खुद को मैं समझाने लगी थी 
तूने बिन बोले इज़हार कर दिया 
मैं भी तेरी अब होने लगी थी। 
 
तू साथ देने का वादा जो करदे 
मैं सारी कसमें पूरी करुँगी 
मुझपे अब तेरा ही हक़ है 
तेरी थी , तेरी ही रहूँगी। 
 



Thursday 14 July 2016

TIFF WITH THE GOD


SOMETHING ABOUT THIS BOY ATTRACTED ME . I KEPT LOOKING AT HIM AND HE KEPT LOOKING INSIDE THE TEMPLE. HIS OTHER LITTLE FRIENDS CALLED HIM TO PLAY WITH THEM BUT AS IF HE WAS GLUED TO THAT GATE . I WAS OBSERVING HIM AND BY THE TIME I GOT UP FROM THE STEPS OF THE TEMPLE WHERE I WAS SITTING ,TO MEET HIM, HE WAS ALREADY GONE. I LOOKED ALL OVER THE PLACE BUT HE WAS NOWHERE TO BE SEEN.

हाज़री लगा गया वो  , मंदिर के बाहर से ही अपनी 
खुदा से बातें कर गया वो , आँखों आँखों में ही 

जाने क्यूँ लगता है , लड़ाई है उसकी तुझसे 
वो बोलेगा न तब तक , जब तक ,  तू ,  न हस दे 

शायद लौटेगा वो कल फिर वहीँ 
मैं भी आऊँगी मिलने 

देखूँगी वो नज़ारा 
जब तू लगाएगा उसे  गले। 

 

Wednesday 13 July 2016

HOW LIFE HAPPENS ? 

I am just short of words for this picture I took yesterday. It was raining here and I thought of going out and capturing few moments of today. 

(Wow ,  this is amazing . I tried writing something without using rhymes, but there I go again . )
Anyways so coming to the point this picture is close to my heart. Why? Usually I don't like going out in the rains but yesterday was special. I was in a creative mood so thought of going out and writing some place nice where I can feel the cool breeze and listen to the thunderstorms and rain drops. I also thought of clicking some pics because I like photography. So with all the other pictures that I clicked ,I kind of melted for this one.

Now look at this cute little thing 
It just grew on a non living thing.  

MY PERCEPTION


I WAS GOING THROUGH THE PICTURES THAT ONE OF MY DEAREST FRIEND SHARED WITH ME .HE TOOK THIS ONE AT BAR HARBOUR, MAINE, U.S.A . I LOOKED AT IT COUPLE OF TIMES AND THIS IS HOW I RELATED IT TO THE MIND AND THOUGHTS.

SO THIS IS MY PERCEPTION:

THESE COLOURFUL THINGS ARE LOBSTER TRAP BUOYS AND ARE DISPLAYED ON A RUSTED WALL (AS WHAT I SEE).

THIS RUSTED WALL IS OUR MIND AND THE BUOYS ARE OUR COLOURFUL THOUGHTS. OUR MIND IS LIKE A WORN OUT PLATFORM OR STAGE OF A THEATRE WHERE THE (COLOURFUL)THOUGHTS, LIKE SOME PUPPETS, ARE ALL OVER THE PLACE. IN ORDER TO MAKE THE PERFORMANCE LOOK BEAUTIFUL YOU  NEED TO ARRANGE YOUR THOUGHTS .THE BEST ONES IN THE FRONT AND THE REST AT THE BACK AND IF THERE ARE ANY EXTRAS(NEGATIVE THOUGHTS) THEY NEED TO BE OFFSTAGE.

YOUR THOUGHTS MAKE YOUR MIND BEAUTIFUL JUST LIKE THESE BUOYS , WHO BEAUTIFIED THE RUSTED WALL .

DISPLAY YOUR BEST THOUGHTS AND YOUR MIND WOULD BE FULLY FUNCTIONAL... JUST THE WAY YOU WOULD LIKE IT.

 

पत्थर की कहानी

लोग तो बस यूँही कह देते हैं 
के तुम्हारा दिल तो पत्थर का है 
तानों में जीना आसां नहीं 
पत्थर होना भी कोई गुनाह नही
 
हथोड़े की मार ने किया अपनों से अलग 
जा गिरा कहीं दूर , रोया बिलग बिलग 
बारिश ने भी बहाया यूँ 
कभी डूबा कभी उभरा न जाने क्यों 
 
समंदर किनारे फिर रेत के सहारे 
लहरों मे जीना सिखाया खुदको 
बेहोशी के आलम से जगाया ऐसे 
नन्हे हाथों ने जब उठाया मुझको 
 
पत्थरों के बिच , मैं शायद पत्थर निराला था 
खुदा ने भी इसीलिए उस फरिश्ते को निचे उतारा  था 
 
 


रूह

 
 
ए बन्दे खुद से प्यार तू कर 
 
फिर औरों से भी हो जायेगा 
 
खुद  को इतना बुलंद तो कर 
 
हवाओं का रुख भी मूड जायेगा 
 
दिल को अपने खाली कर 
 
रब की जगह बनानी है 
 
बस चंद साँसों की बातें है 
 
ये रूह भी रब से मिल जानी है 
 
                                                  

वजूद


एक छोटा सा सपना था मेरा ,जवानी में जो देखा था
नादान थी मैं देखो कैसी , सपना पूरा करुँगी यह सोचा था
सपने तो सपने होते हैं , इनका कोई वजूद नहीं
केहतिं थी सारी सखियाँ मेरी , पर इनकी तरह मैं मजबूर नहीं

फिर सच्चाई से हुआ सामना, खुद का वजूद मिटते देखा
अपनों ने ही खिंचा पीछे ,अरमानों को भी लूटते देखा

बेटों के सपनों से जुड़ते माता पिता की उम्मीदें है
बेटी सपने देखे भी कैसे ,कहाँ उसके नसीब में नींदें हैं
इक रोज़ जब माँ से मैंने अपने दिल की इच्छा ज़ाहिर की
नज़र अंदाज़ किया जीवन भर बाबुल ने 
अब माँ भी एक पल में पराई हुई 
 
सपनों की मेरी पोटली अब इच्छाओं से भी भरने लगी 
नींद से बैर किया ही था अब मन को भी  समझाने  लगी 
 
किसी और की अमानत समझकर अपने ही घर में रखी गयी हूँ 
पिया का घर तो अपना होगा मगर यहाँ भी बस फेंकी गयी हूँ 
मुझसे सारे कहते अपनी , मेरी कोई सुनता ही नहीं 
सबको मेरी ज़रुरत है पर , इज़्ज़त कोई करता ही नहीं 
 
काश मेरे बाबुल ने मुझको अपने सरआँखों पे रखा होता 
तो आज मेरा वजूद इन सबमे सबसे ऊँचा होता  
 
 
                                                                     SASSY NANCEE
                                                                                                 
                                                                                                                


Tuesday 12 July 2016

क्या कहें तुझे बेवफा या नादान ?


परदे के पीछे आलम कुछ यूँ रंगीन हो रहा था 
शमा वहाँ बुझ रही थी परवाना यहाँ जल रहा था 

चादर की सिलवटों में किसी और का चेहरा बना था 
जब उनसे हमने पुछा तो उनकी आँखों में भी वही दिखा था 

कदम हमारे लड़खड़ाये , उसने हाथ हमारा थाम लिया 
हमने हाथ छुड़ाया अपना , तो उसने दिल को थाम लिया 

फिर लग कर  मेरे सीने से वो रोइ गिड़गिड़ाई 
जाते  जाते भी इस नादान को हमने दिल से माफ़ किया 
              
                                                                                                         SASSY NANCEE              

PLEASE STAY ...


LOST AND FOUND 

BROKEN HEART 


Friday 8 July 2016

छोटी छोटी बातें

 रिश्तों की कहानिया मैंने कई बार पढ़ी हैं सुनी हैं 
रिश्तों के नाज़ुक डोर  को टूटते बिखरते भी देखा है  
इनकी गहराईयों को भी समझा है 
कई  रिश्तोंकी गहराईयों में खुद को डूबते भी देखा  है 
बनते बिगड़ते ,रूठते मनाते ,हस्ते रोते ,
कभी अपनों को दूर जाते भी देखा है 
गुस्से की मार , प्यार की तकरार ,
शक का शिकार ,प्रेम का इज़हार ,
हर जगह हर भमिका में खुद को कभी न कभी पाया है 
जब ज़िन्दगी ने इतना कुछ सिखाया  है 
फिर क्यों इन रिश्तों को हमने यूँ ठुकराया है 
 फिर क्यों हम अपनों का दिल दुखाते हैं 
सच्चाई जान कर भी कई बार छुपाते हैं 
प्यार से जीत कर  देखो हर रिश्ता  
बदले में बेशुमार मिलेगा 
प्यार ही तो हमें जोड़ता है 
हर रिश्ता तुमसे तुम्हारी पहचान करायेगा । 

                                                SASSY NANCEE 

Thursday 7 July 2016

WALKING AWAY

YOU KNEW I WAS WALKING BEHIND

YOU KEPT WALKING AHEAD

OUR PATHS CHANGED THERE

AND YOU HAVEN'T REALISED IT YET



SASSY NANCEE


रब्ब का स्पर्श

छु कर मेरे गालों को ,
हवाओँ ने मुझसे जब बातें की ,
ऑंखें बंद करके मैंने ,
उस रब की बस इबादत की। 

कुछ सवाल

  उलझी रही मैं दुनिया के इन सवालों में 

जैसे धुआँ उलझे मेरे बिखरे बिखरे बालों मैं 

मानूँगी ना हार चाहे गिर जाऊँ चट्टानों से 

गर उलझी हूँ मैं आज कल लड़ जाऊँगी ज़माने से 

तू होसला न दे मुझे , इसकी तुझको ज़्यादा ज़रुरत है 

मेरे पास खुदा  है यारा जिसका नाम मोहोब्बत है। 


                                            SASSY NANCEE 

Wednesday 6 July 2016

दर्द से रिश्ता

                                                            

अकेलेपन ने जब ढूँढा हमें 
मिले हम उसे तन्हाई में 
हमसे नज़रें भी न  मिला सका वो 
हालत हमारी देख के 
फर्श पर गिरे दिल के टुकड़ों को हम समेट रहे थे ,
अपने आँसुओं से उन्हें जोड़ रहे थे !
उसने  दबी आवाज़ में पूछा ,
दर्द हो रहा होगा ना ?
हमने भी  नादानी से कहा 
हाँ शायद। ........ पर अभी थोड़ा नम होगा ना !


                                                                                         
                                                                                                    SASSY NANCEE 


Tuesday 5 July 2016

LOOSE ENDS

  Everyone has some loose ends in their lives or relationships,
 Its upon you whether you leave it for good
 or mend it and move on.
 'Cuz loose ends can beautify a shawl
 But it can also make u trip and fall.



                                      
                                        SASSY NANCEE

TALKING EYE


                                                                                                 SASSY NANCEE 

मेरी पेहचान !




बारिश की ये बूँदें जब इन शीशों से टकराती हैं 
किसी तूफाँ के आने की यह दस्तक दिये जातीं हैं 
बिजली जब कड़कती है 
मैं आँखों को  झुकाती नहीं 
ये भी जान जातीं है 
इन जैसी हूँ मैं पराई नहीं 
मेरे भी आँसू बहते हैं 
गुस्से की बिजली कड़कती है 
पर दिल टूटे तो आहट भी न हो,
बस यही एक चीज मुझे तुझसे बेहतर बनाती है !

                                   Sassy Nancee 


INTEZAAR AISA BHI...



तुम जाना चाहो तो जा सकते हो ,
रुकना चाहो तो रुक सकते हो ,
हमें तोह बस इंतज़ार है ,
की तुम जाओ तो मर सकें ,
और न जाओ तो थोड़ा और जी सकें 

                                Sassy Nancee 


NEVER ENDING ROAD

I felt butterflies in my stomach,
The day I was 'bout to see you..
And then sumthin' happened and I lost track of time,
I am still standing here,
Hopin' to see u .
Time has flown but butterflies haven't.

                                 Sassy Nancee