रिश्तों की कहानिया मैंने कई बार पढ़ी हैं सुनी हैं
रिश्तों के नाज़ुक डोर को टूटते बिखरते भी देखा है
इनकी गहराईयों को भी समझा है
कई रिश्तोंकी गहराईयों में खुद को डूबते भी देखा है
बनते बिगड़ते ,रूठते मनाते ,हस्ते रोते ,
कभी अपनों को दूर जाते भी देखा है
गुस्से की मार , प्यार की तकरार ,
शक का शिकार ,प्रेम का इज़हार ,
हर जगह हर भमिका में खुद को कभी न कभी पाया है
जब ज़िन्दगी ने इतना कुछ सिखाया है
फिर क्यों इन रिश्तों को हमने यूँ ठुकराया है
फिर क्यों हम अपनों का दिल दुखाते हैं
सच्चाई जान कर भी कई बार छुपाते हैं
प्यार से जीत कर देखो हर रिश्ता
बदले में बेशुमार मिलेगा
प्यार ही तो हमें जोड़ता है
हर रिश्ता तुमसे तुम्हारी पहचान करायेगा ।
SASSY NANCEE
रिश्तों के नाज़ुक डोर को टूटते बिखरते भी देखा है
इनकी गहराईयों को भी समझा है
कई रिश्तोंकी गहराईयों में खुद को डूबते भी देखा है
बनते बिगड़ते ,रूठते मनाते ,हस्ते रोते ,
कभी अपनों को दूर जाते भी देखा है
गुस्से की मार , प्यार की तकरार ,
शक का शिकार ,प्रेम का इज़हार ,
हर जगह हर भमिका में खुद को कभी न कभी पाया है
जब ज़िन्दगी ने इतना कुछ सिखाया है
फिर क्यों इन रिश्तों को हमने यूँ ठुकराया है
फिर क्यों हम अपनों का दिल दुखाते हैं
सच्चाई जान कर भी कई बार छुपाते हैं
प्यार से जीत कर देखो हर रिश्ता
बदले में बेशुमार मिलेगा
प्यार ही तो हमें जोड़ता है
हर रिश्ता तुमसे तुम्हारी पहचान करायेगा ।
SASSY NANCEE
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